स्थानीय स्तर पर तीर्थों के नाम से समिति बनाए और तीर्थों के विकास पर करें विचार मुख्यमंत्री

स्थानीय स्तर पर तीर्थों के नाम से समिति बनाए और तीर्थों के विकास पर करें विचार मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र में तीर्थ मित्र पोर्टल का किया शुभारंभ, आह्वान- तीर्थों की विकास और देखभाल के लिए आगे आएं लोग, मुख्यमंत्री ने कहा कुरुक्षेत्र के 48 कोस के तीर्थों के लिए निरंतर काम कर रही है हरियाणा सरकार, अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में आयोजित 48 कोस तीर्थ सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल
 मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में आयोजित 48 कोस तीर्थ सम्मेलन में तीर्थ मित्र पोर्टल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि हमें अपने तीर्थों के विकास और देखभाल के लिए आगे आना चाहिए। गांव हो या शहर जिन भी स्थानों पर तीर्थ स्थान स्थापित हैं, वहां पर स्थानीय लोगों की समिति बनानी चाहिए और तीर्थों के विकास की योजना तैयार करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार तीर्थों के विकास के लिए पूर्ण योगदान दे रही है। इसके साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी अपना योगदान देना चाहिए। सरकार इन कार्यों में सहयोगी की भूमिका में है। तीर्थ स्थानों पर होने वाले कामों की प्राथमिकता तय करनी चाहिए। जब वे काम पूरे हो जाएं तो उन तीर्थ स्थानों के नाम से समाज सेवा के कार्य करने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 48 कोस के सभी तीर्थों का विकास होगा तो इस क्षेत्र में जब भी कोई आएगा तो वह यह सोचकर आएगा कि उसे पूरे क्षेत्र में घूमना है। इससे उस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, लोगों की आमदनी में भी इजाफा होगा।
गीता महोत्सव पर तीर्थों पर लगाए 1-1 स्टॉल
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अगले वर्ष से गीता जयंती महोत्सव 6 दिन की बजाए 8 दिन का होगा। यह महोत्सव रविवार से शुरू होकर रविवार पर ही खत्म होगा। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सभी तीर्थ स्थलों को गीता महोत्सव में 1-1 स्टॉल दी जाए ताकि वे अपने तीर्थों से जुड़ी जानकारी व कहानी वहां पर प्रदर्शित कर सकें।
48 कोस के तीर्थों का किया जा रहा विकास
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 48 कोस के तीर्थों का निरंतर विकास किया जा रहा है। 2017-18 में इन क्षेत्रों के 27 कार्यों के लिए 36 करोड़ रुपये की घोषणा की गई थी। इसमें 23 करोड़ रुपये अभी तक लग चुके हैं। 27 कार्यों में से 15 कार्य पूरे हो चुके हैं, 6 पर अभी काम चल रहा है और 6 पर अभी काम होना है। सरकार ने 80 तीर्थों पर काम करने की योजना बनाई है। इसके साथ-साथ पिहोवा तीर्थ के लिए 10 करोड़ रुपये की घोषणा की गई है। ज्योतिसर में 13 करोड़ रुपये की लागत से विराट स्वरूप स्थापित किया गया है। यहां पर लाईट एंड साउंड शो भी शुरू किया गया है। इसके साथ-साथ ज्योतिसर में 200 करोड़ रुपये खर्च कर संग्रहालय बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र देश ही नहीं दुनिया में गौरवपूर्ण स्थान है। यहां जियो गीता संस्थान बन गया है। तिरुपति बालाजी मंदिर बनाया गया है। अक्षरधाम मंदिर, ईस्कॉन मंदिर और ज्ञान मंदिर बनाया जा रहा है। निरंतर विकास हो रहा है, इस कार्य में सरकार सदा साथ खड़ी है।
गीता सभी के लिए सद्भावना का ग्रंथ- ज्ञानानंद जी महाराज
स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि गीता सभी के लिए सद्भावना का ग्रंथ है। आज ही के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का अमर संदेश इस कुरुक्षेत्र की भूमि से दिया था। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल संकल्प लेकर कुरुक्षेत्र के तीर्थों का जीर्णोद्धार कर रहे हैं। इससे इस क्षेत्र में भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आएंगे। गांव के लोगों को गौरव मिलेगा, गांव का विकास होगा और हरियाणा का गौरव बढ़ेगा। हरियाणा सरकार और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का यह प्रयास सराहनीय है।
प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना को मुख्यमंत्री ने दिया मूर्तरूप
कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मूर्तरूप दिया है। 29 नवंबर को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गीता महोत्सव की शुरूआत की थी। हर रोज लाखों की संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि 48 कोस के तीर्थों को संरक्षित करने का संकल्प इन तीर्थों के लोगों को लेना चाहिए।
नेपाल के लोगों में भी गीता और श्रीकृष्ण के प्रति आदरभाव-नेपाल कल्चरल काउंसलर
नेपाल के कल्चरल काउंसलर यदुनाथ ने धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पावन धरा को प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि गीता ग्रंथ को जितनी बार पढ़ते हैं उतनी बार रहस्य खुलता है। गीता ज्ञान जन-जन तक पहुंचना चाहिए। नेपाल और भारत के अटूट संबंध हैं। नेपाल में 82 प्रतिशत लोग सनातनी हिंदू हैं। भगवान श्रीकृष्ण और गीता के प्रति उनके मन में भी आदरभाव है। भारत और नेपाल दोनों देशों के लोग एक-दूसरे के तीर्थ स्थलों पर यात्रा करते हैं। नेपाल से कलाकार, शिल्पकार इस मेले में आए हैं। यह उनके लिए सौभाग्य की बात है।
थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री व 48 कोस सम्मेलन में पहुंचे सभी मेहमानों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार कुरुक्षेत्र व 48 कोस के तीर्थों के लिए निरंतर कार्य कर रही है। कार्यक्रम में नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देऊबा का हरियाणा के मुख्यमंत्री को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के संबंध में भेजा गया संदेश भी पढक़र सुनाया गया। कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने कुरुक्षेत्र के 48 कोस के तीर्थों व वहां हो रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। कुरुक्षेत्र में आयोजित गीता संगोष्ठी के विचारों को संकलित करके तैयार की गई स्मारिका का विमोचन भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर खेल मंत्री संदीप सिंह, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति सोमनाथ सचदेवा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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