Kukrithyanashan Tirth, Kakaut
कुकृत्यनाशन नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 10 कि.मी. दूर कैथल-करनाल मार्ग के पहुँचायक मार्ग पर काकौत नामक ग्राम के […]
कुकृत्यनाशन नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 10 कि.मी. दूर कैथल-करनाल मार्ग के पहुँचायक मार्ग पर काकौत नामक ग्राम के […]
अन्यजन्म तीर्थ, ड्योढखेड़ी अन्यजन्म नामक यह तीर्थ कैथल से 7 कि.मी. दूर दक्षिण में ड्योढखेड़ी नामक ग्राम में स्थित है।
नवदुर्गा नामक यह तीर्थ कैथल नगर से लगभग 3 कि.मी. की दूरी पर देवीगढ़ नामक ग्राम में स्थित है। वामन
देवी तीर्थ नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 2 कि.मी. दूर कैथल-करनाल मार्ग पर गांव देवीगढ़ की सीमा पर स्थित
वृद्घकेदार नामक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 50 कि.मी. की दूरी पर कैथल नगर में स्थित है। महाभारत एवं वामन
ग्यारह रुद्री नामक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 51 कि.मी. की दूरी पर कैथल नगर में स्थित है। एकादश रुद्रों
अक्षय वट नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 27 कि.मी. दूर बड़थल ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ का वर्णन
अंजनी नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 22 कि.मी. दूर अंजनथली नामक ग्राम में स्थित है। तीर्थ का सम्बन्ध हनुमान
सोम नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 29 कि.मी. दूर समाना बाहु ग्राम में स्थित है। महाभारत और वामन पुराण
यह तीर्थ ग्राम बोड़श्याम स्थित चैथा तीर्थ है जो विष्णुह्रद, विष्णुपद या वामनक तीर्थ के नाम से प्रसिद्ध है। महाभारत
बोड़श्याम ग्राम स्थित यह तीसरा तीर्थ है जो सूर्य देव को समर्पित है। इस तीर्थ में भक्ति पूर्वक स्नान करने
कोटि नामक यह तीर्थ भी ज्येष्ठाश्रम के समीप ही बोड़श्याम गांव में स्थित है। इस तीर्थ का सम्बन्ध भगवान शिव