अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 में हरियाणा प्रदेश की 10 से ज्यादा जेलों के बंदियों द्वारा बनाए गए बेहतरीन शिल्प उत्पाद पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इन बंदियों ने सागवान की लकड़ी से मोबाइल स्टैंड से लेकर सोफा सेट तक तैयार किए हैं। इन हस्तनिर्मित उत्पादों को देखकर पर्यटक हैरान हैं और इन्हें बड़ी संख्या में खरीद रहे हैं।
इस महोत्सव में 16 दिनों के भीतर लाखों रुपए के उत्पादों की बिक्री हो चुकी है। ब्रह्मसरोवर के दक्षिणी तट पर स्थित सरस मेले में लगाए गए स्टॉल पर हरियाणा के कुरुक्षेत्र, अम्बाला, यमुनानगर, सोनीपत, करनाल, नूह, हिसार-1 व 2, कैथल, जींद आदि जिलों के बंदियों द्वारा बनाए गए लकड़ी के सोफे, मोबाइल स्टैंड, पॉट, स्टूल, बेंच, आंवला कैंडी, कपड़े से बने उत्पाद सहित अन्य शिल्पकला के सामान रखे गए हैं।
इन उत्पादों की गुणवत्ता बाजार के उत्पादों से कहीं ज्यादा बेहतर है और दाम भी आधे हैं। इन शिल्प उत्पादों को कारागार विभाग के कर्मचारियों की देखरेख में बिक्री के लिए रखा गया है। बंदियों ने बाजार से भी अच्छे फर्नीचर, घर की सजावट के सामान, आंवला कैंडी, तेल जैसे उत्पाद तैयार किए हैं, जो पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं। महोत्सव में यह प्रदर्शनी 15 दिसंबर तक जारी रहेगी, और हर दिन अधिक पर्यटक इस स्टॉल का दौरा कर रहे हैं।