अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान हरियाणा पैवेलियन में हरियाणा की समृद्ध और विविध संस्कृति के रंग देखने को मिले। यहाँ पर पारंपरिक कला, शिल्प, संगीत, और नृत्य के माध्यम से राज्य की ऐतिहासिक धरोहर को जीवंत किया गया।
पैवेलियन में हरियाणा के लोक कला रूपों जैसे लाठी नृत्य, गिद्धा, और सोहनी महिवाल की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा, हरियाणा के प्रसिद्ध हस्तशिल्प, जैसे मिट्टी के बर्तन, जरी कढ़ाई, और कंबल भी प्रदर्शित किए गए, जो राज्य की पारंपरिक कला को दर्शाते हैं।
यह पैवेलियन न केवल हरियाणा की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक था, बल्कि हरियाणवी लोक संगीत और स्वादिष्ट व्यंजनों ने भी यहाँ आए दर्शकों का दिल जीत लिया।