बच्चों की लिखाई सुधारने के लिए ब्रह्मïसरोवर के तट परे अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के उपलक्ष में लगे सरस और क्राफ्ट मेले में स्टॉल नम्बर 29 पर अनोखी किताब देखने को मिल रही है। स्टॉल नम्बर 29 पर हैदराबाद से आई रीना वी गुजराती ने बताया कि वे पहली बार अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में भाग लेेने के लिए आई है।
रीना वी गुजराती ने बताया कि उनके पास बच्चों की लिखाई सुधारने के लिए 6 किताबें है जोकि मामूली शुल्क में वह ग्रहाकों को दे रही है। इन किताबों में बच्चों के लिए कर्सिव हैंड राईटिंग, हिन्दी वर्णमाला, अंग्रेजी अल्फाबेट, रफ ड्राईंग और सिम्पल ड्राईंग की किताब शामिल है। किताबों में खास बात यह है कि किसी भी किताब पर आप इंक पैन, स्कैच पैन और जैल पैन से लिखेंगे और उसको आप मिटाना चाहते है तो गीले कपडे से उसे तुरंत मिटा सकते है। उन्होंने बताया कि ऐसा करने से बार-बार किताब खरीदनी नहीं पडती है और उसका हर पेज दोबारा से प्रयोग में लाया जा सकता है। मेेले में आई नन्ही परी के रूप में अवनी ने बताया कि वह कुरुक्षेत्र की है और उन्होंने पहली बार ऐसी किताब देखी है।
मेले में आए कुरुक्षेत्र के छात्र कृष्ण मलिक ने बताया कि ऐसी किताबें उन्होंने हरियाणा में कहीं नहीं देखी है, इन किताबों में बच्चा कितनी भी प्रैक्टिस करे उतनी ही कम है। किताबों की खास बात यह भी है कि कुछ किताबों में खिलौने और जानवरों की फोटो अंकित है जिसे आप कलर भर सकते है और उसे मिटा भी सकते है। कहना गलत नहीं होगा कि आप स्टॉल नम्बर 29 पर आए और बच्चों की लिखाई सुधारने के लिए एक बार यह किताबें जरूर देखे।