अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में बनाए गए हरियाणा मंडप में दर्शकों को ग्रामीण परिवेश के संजीव दृश्य देखने को मिल रहे है, जहां एक ओर दर्शक हरियाणा की पारंपरिक वेशभूषा व विरासत के दर्शन कर रहे हैं, वहीं हरियाणवी व्यंजनों का लुत्फ भी उठा रहे हैं। मंडप में पहुंचने वाले पर्यटक हरियाणवी शान के प्रतीक पगडी बंधवाकर बड़े चाव से अपने मोबाइल में फोटो खींच रहे हैं। पंडाल में बनाए गए सैल्फी प्वाइंट तथा ताऊ-ताई के कटआउट पर भी फोटो ले रहे हैं। इस मंडप में मचान, विरासत, सांझी, मणके, खाट-पीडडा, लोहार, बाडा आदि स्थापित किए गए है जिनको मंडप में पहुंचने वाले सभी दर्शक बड़ी उत्सुकता से देखकर उनके बारे में जानकारी ले रहे हैं। इस मंडप के माध्यम से युवा वर्ग को पौराणिक हरियाणवी संस्कृति को जानने का अवसर मिल रहा है।