हरियाणवी पुरातन संस्कृति को देख राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हुई गदगद, हरियाणा मंडप की पर्यटकों ने जमकर की सराहना
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा तथा हरियाणा कला परिषद द्वारा तैयार करवाया गया हरियाणवी मंडप पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में मुख्य भूमिका अदा कर रहा है। हरियाणवी मंडप की सुंदरता इतनी भव्य है कि प्रत्येक व्यक्ति हरियाणवी मंडप में प्रवेश करते ही स्वयं को हरियाणा के गांव में पाता है। अलग-अलग तरह की स्टाल, खान-पान तथा हरियाणा की पैतृक सम्पति को दर्शाती दीर्घा पुरातन हरियाणा के दर्शन करवा रही है।
गत्त दिवस राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू द्वारा हरियाणा मंडप का उद्घाटन हुआ और तभी से लोगों का तांता हरियाणा की छटा देखने के लिए लगा हुआ है। मंडप के नोडल अधिकारी तथा हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन द्वारा उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को हरियाणा की पुरातन संस्कृति के बारे में जानकारी भी दी गई। इस मौके पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रधान सचिव डा. डी. सुरेश भी हरियाणा मंडप में मौजूद रहे। हरियाणा मंडप के दृश्य में जहां एक ओर पनघट लोगों को आकर्षित कर रहा है, वहीं दूसरी ओर अलग-अलग सेल्फ प्वाईंट भी पर्यटकों को लुभा रहे है। दिन भर गीता महोत्सव घुमने आए लोग हरियाणवी पंडाल में हरियाणवी संस्कृति के दर्शन कर रहे है। इसके अलावा गोहाना का जलेब, रोहतक का परांठा, हरियाणवी पकवान भी महोत्सव का जायका मजेदार बना रहे हैं। मंच पर भी सुबह से लेकर शाम तक हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों के कलाकार अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे है।