आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारम्भ 19 नवंबर से हो चुका है। जिसमें एक ओर जहां शिल्प मेले में विभिन्न राज्यों के शिल्पकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए शिल्पों की प्रदर्शनी लगाए हुए है, वहीं लोक कलाकार तथा प्रतिष्ठित कलाकार भी अपनी प्रतिभा को लोगों तक पहुंचा रहे है।
गीता महोत्सव में कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा तथा हरियाणा कला परिषद द्वारा पुरुषोत्तमपुरा बाग में हरियाणा पवेलियन तैयार करवाया जा रहा है, जिसे हरियाणा मंडप का नाम दिया गया है। हरियाणा पवेलियन के लिए हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिनकी देखरेख में हरियाणा पवेलियन तैयार किया जा रहा है। निदेशक संजय भसीन ने जानकारी देते हुए कहा कि पुरुषोत्तमपुरा बाग में लगने वाले हरियाणा पवेलियन का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी। पैवेलियन में एक ओर जहां हरियाणा के जन्म से लेकर वर्तमान तक के परिवेश को दिखाया जाएगा, वहीं प्रदेश के लोक कलाकार प्रतिदिन अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से पर्यटकों का मन मोहेंगें। इसके अलावा हरियाणवी व्यंजन जैसे खीर, गुलगुले, बाजरे की खिचड़ी, मक्की की रोटी, साग आदि का जायका भी लोगों को लुभाने में अपनी भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि इसके अतिक्ति कुम्हार, लुहार, मनियार आदि कारीगर अपनी प्रतिभा का निरंतर प्रदर्शन करते हुए ग्रामीण हरियाणा का दर्शन कराएंगे, वहीं खाट बुनना, पीड्या बनाना, बोईये तैयार करना भी आकर्षण का केंद्र रहेंगे। संजय भसीन ने बताया कि पैवेलियन में एक ओर जहां सेल्फी प्वाईट लोगों को लुभाता नजर आएगा, वहीं पारम्परिक लोक गीत गाती महिलाएं पर्यटकों को ग्रामीण हरियाणा की झलक दिखाएंगे। इसके अलावा 29 नवंबर से 4 दिसंबर तक प्रतिदिन 11 बजे से मंचीय प्रस्तुतियां रहेंगी। मंचीय प्रस्तुतियों के लिए जहां हरियाणा के कलाकार रागनी, हरियाणवी नृत्य, हरियाणवी आरॅकैस्ट्रा, लोक वाद्य यंत्रों की प्रस्तुतियां देंगे, वहीं देश के अन्य प्रदेशों से भी कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने पवेलियन में पहुंचेंगे।