

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में ब्रह्मसरोवर की पावन धरा पर आरती की दिव्य ज्योत प्रज्वलित होने को है। क्षण भर में पूरा वातावरण मंत्रों, प्रकाश और श्रद्धा से ओतप्रोत हो उठता है। प्रज्वलित अग्नि, मंत्रों की गूंज और आस्था से भरे माहौल में यह महाआरती का पावन दृश्य हर दर्शक के मन को दिव्यता और भक्ति से भर देता है। रात्रि की उजाला करती लौ जैसे स्वयं श्रीकृष्ण का आशीर्वाद बनकर चारों ओर फैलती प्रतीत होती है। यह अनुभव आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक आनंद का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है।