
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में डूबते सूरज की सुनहरी किरणों से नहाया ब्रह्मसरोवर और उसके बीच स्थित भव्य मंदिर ने पूरे वातावरण को दिव्यता, शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। सांध्य वेला का यह शांत और मनोहारी दृश्य हर आगंतुक को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है—जहाँ आस्था और अध्यात्म का संगम आँखों और आत्मा दोनों को स्पर्श करता है।