अंतराष्ट्रीय गीता महोत्सव में ब्रह्मसरोवर पर लगे सरस मेले का स्टॉल नम्बर 844 पर्यटकों की रसोई का जायका बढ़ा रहा है। स्टॉल पर बिक रहे आचार, चटनी और मीठे लड्डïू हर किसी को पसंद आ रहे है। स्टॉल पर मौजूद पूनम ने बताया कि वह मेले में अब तक लगभग अढाई क्विंटल आचार और दो क्विंटल लड्डू बेच चुकी है। पूनम ने बताया कि उसके पास आम, आँवला, लहसुन, टिंड, अदरक, खट्टा मीठे नींबू का आचार, आंवला व आम की चटनी तथा अलसी, मेथी, गोंद, आंवला और पेठे के लड्डïू भी है, जो स्वादिष्ट व पोष्टिक है। यह सभी उत्पाद हाइजेनिक तरीके से तैयार किये गए है। पूनम ने बताया कि एक बार स्वाद चखने वाला उसके द्वारा बने आचार दोबारा लेने आता है। यही कारण है कि मेले में उम्मीद से अधिक बिक्री हुई है। स्टॉल पर ऑनलाइन अदायगी का विकल्प भी मौजूद है। वह यह कार्य नक्ष योक प्रोडक्ट के नाम से ग्रुप बनाकर 12 महिलाओं के साथ यमुनानगर के गांव धानुपूरा में उत्पाद तैयार कर रही है। ग्रुप को हरियाणा राज्य ग्रामीण आजिविका मिशन के तहत पंजीकृत करवाते हुए वर्तमान सरकार से साढ़े तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्राप्त की है। स्वयं सहायता समूह की सभी महिलाएं सरकार की सहायता से काफी उत्साहित है और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में सहयोग कर रही है। वह अब तक दो बार गीता महोत्सव तथा पेहवा व यमुनानगर के सरस मेलों में भाग ले चुकी हैं ।