International Gita Mahotsav

INTERNATIONAL GITA MAHOTSAV

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पवित्र ग्रंथ गीता में मिलता है संसार की हर समस्या का हल

सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा, विधायक प्रमोद विज, विधायक घनश्याम अरोड़ा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी ने सांध्यकालीन महाआरती में की शिरकत, मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
पवित्र ग्रंथ पूरी दुनिया को अध्यात्म और दार्शनिक तरीके से देखना-समझना सिखाता है, जिंदगी को जीना सिखाता है। हम अपने जीवन और उसके उदेश्यों को लेकर कई तरह के प्रश्नों से जूझते रहते है, लेकिन यह पवित्र ग्रंथ हमें हर प्रश्नों का जवाब बहुत अच्छे तरीके से देता है। यह ज्ञान हर मनुष्य के लिए जरूरी है। पवित्र ग्रंथ गीता में कहा गया है कि चिंता चिता के समान है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 में पुरुषोत्तमपुरा बाग में शनिवार को सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा, पानीपत से विधायक प्रमोद विज, यमुनानगर से विधायक घनश्याम अरोड़ा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी व उनकी धर्मपत्नी ममता, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि बतान, भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पवन आश्री, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ चंद्रकांत कटारिया, सुशील राणा, घरोंडा से डा. मुकेश, पंकज चानना के साथ निट से 1972 बैच के 100 विद्यार्थियों सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया।
सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता विश्व का एक महान ग्रंथ है। इस ग्रंथ में कहे गए एक-एक श्लोक में मानवता के लिए कुछ ना कुछ है। इसलिए अपने जीवन को सफल बनाने और सही मार्गदर्शन के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों को धारण करना चाहिए। इस ग्रंथ के प्रत्येक श्लोक को स्मरण करने से मन को अध्यात्मिक शांति का अनुभव होता। आज के समय में तनाव के कारण तरह-तरह की बीमारियां से मनुष्य ग्रस्त हो रहा है। ऐसे में पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान बड़ा ही फायदेमंद है।
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि विश्व में गीता की पूजा हो रही है। भगवान श्री कृष्ण ने गीता का जो संदेश दिया था, गीता के उस सार को सभी को अपने जीवन में अपनाने की जरूरत है। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद एक्टिव होकर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन में लगे हुए है और पवित्र ग्रंथ गीता को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 29 नवंबर को कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पहुंच रही है। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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