


ब्रह्मसरोवर तट पर गूँजती जय हनुमान की प्राणवायु ध्वनि ने पूरे वातावरण को भक्ति, ऊर्जा और उत्साह से भर दिया। दिव्य संगति में डूबकर श्रद्धालु अपने मन और आत्मा में आनंद और कृतज्ञता का अनुभव कर रहे हैं। यह दृश्य केवल सुनने के लिए नहीं, बल्कि भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रत्यक्ष अनुभव है।