श्री अवधूत आश्रम, कुरुक्षेत्र में चल रहे गीता महायज्ञ में महामंडलेश्वर 1008 स्वामी विद्यागिरि जी महाराज सहित संत समाज ने आहुतियां डालीं, जो न केवल देवताओं की प्रसन्नता बल्कि समग्र मानवता के कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्वामी विद्यागिरि जी महाराज ने बताया कि यज्ञ से पर्यावरण शुद्ध होता है, जिससे जलवृष्टि होती है और अन्न की शुद्धि होती है, जो मानव मन की शुद्धि में मदद करता है।
संत समाज द्वारा किए जा रहे इस गीता महायज्ञ के माध्यम से सभी श्रद्धालु और संत लोक कल्याण के लिए आहुतियां डाल रहे हैं। इस महायज्ञ के साथ गीता के श्लोकों की आहुतियों के द्वारा विश्व में शांति, सुख और समृद्धि की कामना की जा रही है।