प्रोक्ष्णी/प्रणीता नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 36 कि.मी. दूरी पर पत्नपुरी ग्राम में स्थित है। यहाँ एक सरोवर है और उसके पास ही लाखौरी ईंटों से निर्मित एक मन्दिर है जिसे माता का मन्दिर कहते हैं। सरोवर के पास गौसाई बाबा की समाधि है जिन्होंने यहाँ जीवित समाधि ली थी। इसलिए इस तीर्थ को संत तीर्थों की कोटि में रखा जाता है। मान्यता है कि दुधारू पशुओं के दूध न देने पर तीर्थ पर नहलाने से वह पुनः दूध देना शुरु कर देते है।
प्राचीन काल में किसी सिद्ध पुरुष नें इस स्थान को अपनी तपस्थली बनाया था और इस स्थान को यज्ञ के प्रोक्ष्णी पात्र की भाँति मानकर तीर्थ का रूप प्रदान किया। इसलिए इसे प्रोक्ष्णी तीर्थ कहते हैं।