अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान ओडिशा नृत्य के माध्यम से महाभारत की एक भव्य और अद्वितीय प्रस्तुति की गई। इस प्रस्तुति में ओडिशी नृत्य की पारंपरिक शैली का उपयोग करते हुए महाभारत के प्रमुख घटनाओं और पात्रों को नृत्य, संगीत और अभिनय के जरिए जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया।
ओडिशा के नृत्य कलाकारों ने अपनी शानदार कला से महाभारत के अद्वितीय संदेश को दर्शकों तक पहुँचाया, और गीता के गहरे ज्ञान को नृत्य के माध्यम से एक नई रोशनी दी। यह प्रस्तुति दर्शकों के लिए न केवल एक सांस्कृतिक अनुभव था, बल्कि भारतीय महाकाव्य और संस्कृति की गहरी समझ का भी एक अवसर था।