अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के पश्चिमी तट पर हरियाणा के कारागार विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल पर प्रदेश की जेलों में बने हस्तनिर्मित लकड़ी के सामान की आकर्षक प्रदर्शनी देखने को मिल रही है। यह स्टॉल एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे बंदी अपनी कला और हुनर का प्रदर्शन कर समाज में योगदान दे सकते हैं।
यहां प्रदर्शित लकड़ी के फर्नीचर, आयुर्वेदिक आंवला मुरब्बा, एलोवेरा जूस, तुलसी अर्क और गुलाब जल जैसे उत्पादों को पर्यटक खूब पसंद कर रहे हैं। स्टॉल पर उपलब्ध आरामदायक कुर्सियां, मेज, फोल्डिंग मेज, और छोटे लकड़ी के मंदिर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
हरियाणा की विभिन्न जेलों के बंदियों द्वारा तैयार किए गए इन उत्पादों को इस महोत्सव में विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया है। यह न केवल उनके शिल्पकला की सराहना करता है, बल्कि बंदियों को एक नया रास्ता भी दिखाता है, जिससे वे अपने हुनर का सकारात्मक उपयोग कर सकें।
यह स्टॉल न सिर्फ एक खरीदारी स्थल है, बल्कि एक प्रेरणा भी है, जो हमें यह सिखाती है कि कठिन परिस्थितियों में भी प्रतिभा और मेहनत से कोई भी व्यक्ति सकारात्मक बदलाव ला सकता है।