अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 के सरस और क्राफ्ट मेले में सहारनपुर के शिल्पकार जावेद ने अपनी लकड़ी की अद्भुत कारविंग कला से पर्यटकों का दिल जीत लिया है। 10 सालों से इस महोत्सव में अपनी शिल्पकला प्रदर्शित कर रहे जावेद ने इस बार नीम, शीशम और टीक की लकड़ी से बनाए खूबसूरत झूले, कॉफी सेट, रॉकिंग चेयर और फ्लावर पॉट जैसे अद्भुत सामान प्रस्तुत किए हैं।
इन शिल्पकृत वस्तुओं को बनाने में 2 से 4 दिन का समय लगता है, और हर वस्तु में जावेद की मेहनत और कला की अनूठी छाप दिखती है। इस महोत्सव में हर साल शिल्पकला की बिक्री में बढ़ोतरी होती है, और इस बार भी पर्यटकों ने इन हस्तशिल्प उत्पादों को उत्साह से खरीदा है।
शिल्पकार जावेद ने प्रशासन की सराहना की और इस महोत्सव को उनके कला के प्रदर्शन के लिए एक बेहतरीन मंच बताया। यहां पर पर्यटकों को कला और संस्कृति का अद्भुत मिश्रण देखने को मिल रहा है, जो इस महोत्सव को और भी खास बना रहा है।