कोटि तीर्थ के नाम से प्रसिद्ध यह तीर्थ करनाल से लगभग 33 कि.मी दूर कुरलन ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ का पौराणिक साहित्य में भी कोटि कूट तीर्थ के नाम से भी उल्लेख है। इस तीर्थ का उल्लेख ब्रह्म पुराण में भी मिलता है जहाँ इसे कोटि कूट तीर्थ कहा गया है। लोक प्रचलित मान्यताओं में इसे करोड़ी तीर्थ भी कहते हैं। कहते हैं कि एक ऋषि ने करोड़ों तीर्थो का पानी अपने कमण्डल में डालने का संकल्प लिया था। इस तीर्थ के पानी की एक बूंद डालते ही उसका कमण्डल गिर गया तो ऋषि के मन में यह विचार आया कि इसी तीर्थ में कोटि तीर्थों का जल समाहित है तभी से यह तीर्थ कोटि तीर्थ के नाम से विख्यात हुआ।