अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणा पवेलियन ने हरियाणवी संस्कृति का शानदार प्रदर्शन किया। हरियाणा के लोक कलाकारों ने अपने गीतों और नृत्यों के माध्यम से हरियाणवी लोक गायन की शैलियों और सांस्कृतिक धरोहर को जीवित किया। इस अवसर पर पुरुषोत्तमपुरा बाग में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
राष्ट्रीय अवार्डी कलाकार दिलावर कौशिक ने अपनी गायकी से महात्मा गीता और भगवान रामचंद्र के जीवन पर आधारित भजन प्रस्तुत किए, जिन्हें श्रोताओं ने दिल से सराहा। वहीं, मंडली सत्संग कुरुक्षेत्र के कलाकारों ने गीता के अध्यायों पर आधारित भजनों से श्रोताओं को गीता के संदेश से अवगत कराया।
भजन गायिका सृष्टि ने अपनी मधुर आवाज में धार्मिक गीतों का गायन किया, जबकि रेणू दूहन ने हरियाणवी हास्य कलाकार के रूप में चुटकुलों से वातावरण को हल्का किया। इस मंच पर मंच संचालन की जिम्मेदारी कोमल शर्मा ने बखूबी निभाई।
हरियाणवी संस्कृति का यह रंगीन आयोजन महोत्सव के आकर्षण का मुख्य केंद्र बन गया है, जहां संस्कृति, भक्ति, और मनोरंजन का अद्भुत संगम हो रहा है।