कुरुक्षेत्र में आयोजित पहले अखिल भारतीय देवस्थानम सम्मेलन ने भारतीय संस्कृति और संस्कारों को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत, स्वामी ज्ञानानंद महाराज और देशभर के प्रमुख संतों की उपस्थिति से यह सम्मेलन ऐतिहासिक बन गया। इस सम्मेलन के माध्यम से भारत के सभी प्रमुख मंदिरों और तीर्थ स्थलों को एक मंच पर लाया गया, और भविष्य में इन्हें सशक्त बनाने के लिए कई सुझाव दिए गए।
इस आयोजन ने गीता के शाश्वत उपदेशों के साथ धार्मिक स्थलों के महत्व को दुनिया भर में फैलाने का कार्य किया।
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