International Gita Mahotsav

गीता जीवन जीने की कला सिखाती है: सुनील गर्ग

आज जिला स्तरीय गीता जयंती समारोह में 2100 स्कूली बच्चों ने मिलकर वैश्विक गीता पाठ किया, जो हमारे जीवन में गीता के महत्व को दर्शाता है। लाडवा में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, वरिष्ठ समाजसेवी और सरस्वती सत्संग सभा के प्रधान सुनील गर्ग ने गीता के महत्व को समझाया।

उन्होंने कहा कि गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाने वाला महाग्रंथ है। विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकों के अलावा गीता का अध्ययन करना चाहिए और उसके अनुसार जीवन जीने का प्रयास करना चाहिए। गीता के शाश्वत संदेशों से ही हम जीवन की कठिनाइयों से उबर सकते हैं।

सुनील गर्ग ने इस अवसर पर यह भी कहा कि गीता के संदेशों पर अमल करने से ही हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। युवा पीढ़ी को सकारात्मक दिशा देने के लिए गीता के ज्ञान का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन की सराहना की और कहा कि ऐसे महोत्सवों का आयोजन आगे भी होना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को सही मार्गदर्शन मिल सके।

कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र के केशव पार्क से गीता पाठ का सीधा प्रसारण किया गया और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का संबोधन भी दिखाया गया। इस अवसर पर सुनील गर्ग को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया।

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