हैफेड हरियाणा के प्रबंधक निदेशक, श्री मुकुल कुमार ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र पूरे विश्व में सबसे सुंदर और भव्य दर्शनीय स्थल है। यह स्थल विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण ने भगवद गीता के उपदेश दिए थे, जो आज भी शांति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। श्री कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि अगर हम इस विश्व में शांति स्थापित करना चाहते हैं, तो प्रत्येक मानव को गीता के उपदेशों का पालन करना चाहिए।
मुकुल कुमार मंगलवार शाम को ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में आयोजित गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने गीता के श्लोकों की महिमा पर प्रकाश डाला और कहा कि गीता के 18 अध्याय और 700 श्लोकों में जीवन की सभी समस्याओं का समाधान छिपा है। गीता कोई जाति या धर्म विशेष का ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह सम्पूर्ण मानवता का मार्गदर्शन करने वाला ग्रंथ है। इसमें कर्म, धर्म, कर्मफल, जन्म, मृत्यु, सत्य और असत्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर उत्तर दिए गए हैं।
इस अवसर पर, श्री मुकुल कुमार के साथ केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, केडीबी सदस्य अशोक रोशा, डा. ऋषिपाल मथाना, कैप्टन अमरजीत सिंह, प्राधिकरण सदस्य सौरभ चौधरी और भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पवन आश्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सभी ने मिलकर ब्रहमसरोवर की महाआरती में भाग लिया, पूजा-अर्चना की, और दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर महाआरती का शुभारम्भ किया।
इस महाआरती के साथ-साथ पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल और रुद्र ने गीता महाआरती का गुणगान किया। इससे पहले, कलाकारों ने भजन संध्या का आयोजन किया, जिससे ब्रहमसरोवर की वातावरण में भक्तिरस का संचार हुआ।
कार्यक्रम के समापन पर, केडीबी की ओर से सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।