गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता का प्रभाव अब केवल भारत तक सीमित नहीं रहा, बल्कि विदेशों से भी लोग इस पवित्र ग्रंथ से प्रेरणा लेने के लिए कुरुक्षेत्र की पावन धरा से जुड़ रहे हैं। गीता महोत्सव में देश-विदेश के कई गणमान्य व्यक्ति भाग ले रहे हैं, जो इस महोत्सव की महिमा और महत्व को बढ़ा रहे हैं।
स्वामी जी ने ब्रह्मसरोवर के कौशल्या घाट पर हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और अन्य पवेलियनों का भी अवलोकन किया। 8 दिसंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की उपस्थिति में गीता महोत्सव में विशेष आयोजन होंगे।
आइए, हम सभी मिलकर इस पवित्र अवसर पर श्रीमद्भागवत गीता से प्रेरणा लें और अपनी जीवन यात्रा को उज्जवल बनाएं।