अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 के दौरान ब्रह्मसरोवर के तट पर शिल्पकारों की अद्भुत शिल्पकला ने महोत्सव में एक नया रंग भर दिया है। यहां के सरस और क्राफ्ट मेला में आने वाले पर्यटकों को विभिन्न प्रदेशों की बेहतरीन शिल्पकला देखने को मिल रही है। इस मेले में प्रदर्शित वस्तुएं न सिर्फ शिल्पकला की कला को दर्शाती हैं, बल्कि पर्यटकों को अपनी खरीदारी का बेहतरीन मौका भी प्रदान करती हैं।
शिल्पकला के इन अद्भुत नमूनों ने ब्रह्मसरोवर के तट पर रंग-बिरंगे इंद्रधनुष की तरह समा कर महोत्सव की सुंदरता को और बढ़ा दिया है। जहां शिल्पकार अपनी कला से महोत्सव में चार चांद लगा रहे हैं, वहीं एनजेडसीसी द्वारा बहरूपिए लोग भी पर्यटकों का आकर्षण बने हुए हैं। पर्यटक यहां आकर न सिर्फ शिल्पकला की सराहना कर रहे हैं, बल्कि बहरूपियों के साथ सेल्फी लेकर इस अनुभव को और यादगार बना रहे हैं।