Haryana Pavilion
लोकधुनों में सजा गीता महोत्सव 2025
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की स्वर–सरिता में डूबा यह सांस्कृतिक पल मन को छू लेने वाला है। लोक कलाकारों की टोली,
हरियाणवी पैवेलियन में लोक संस्कृति की जीवंत झलक—गीता महोत्सव में उमड़ी रौनक
कुरुक्षेत्र, 4 दिसंबर। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में स्थापित हरियाणवी पैवेलियन आज हरियाणवी संस्कृति की धूम से गूंज उठा। पुरुषोत्तमपुरा बाग,
हरियाणा पवेलियन – लोक संस्कृति की जीवंत धड़कन और परंपरा का गौरव
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में आज हरियाणा पवेलियन ने रंगों, संगीत और लोकनृत्य की अद्भुत छटा से सभी का मन मोह
फूड कोर्ट का मज़ा – हरियाणा पवेलियन, अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव
हरियाणा पवेलियन का फूड कोर्ट गीता महोत्सव के आगंतुकों के लिए एक अद्भुत अनुभव पेश करता है। यहाँ देसी और
स्वावलंबी भारत अभियान – शुद्ध सरसों का ठंडा तेल
लकड़ी के कोल्हू में तैयार किया गया यह 100% प्राकृतिक सरसों का तेल स्वास्थ्य, स्वाद और परंपरा का सच्चा संगम
हरियाणवी आभूषण व पोशाक – रंग, परंपरा और गर्व का संगम
घाघरा-चुनरी की चमक, देसी कढ़ाई की सुंदरता और पारंपरिक आभूषणों की रौनक—यह स्टॉल हरियाणा की लोक-संस्कृति और साज-सज्जा की असली
मैनियारी और ज्वेलरी संग्रह – रंग, चमक और परंपरा का सुंदर संगम
काँच की चूड़ियाँ, मोतियों की मालाएँ, हाथों की कारीगरी और देसी डिज़ाइनों की छटा—यह स्टॉल हरियाणा की संस्कृति में बसे
पीतल व तांबे के बर्तन – हरियाणा की देसी रसोई की शान
चमचमाते पीतल और तांबे के ये सुंदर बर्तन स्वास्थ्य, परंपरा और ग्रामीण कारीगरी की अनोखी पहचान हैं। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव
खाट बुनाई कला – हरियाणा की देसी कारीगरी की अनूठी पहचान
रंग-बिरंगे धागों और मजबूत लकड़ी से बुनी यह परंपरागत खाट गाँवों की सादगी, मेहनत और कला का अनूठा संगम प्रस्तुत
संस्कारों की सीख – दादी और नाती जैसा अपनापन
ग्रामीण झांकी में बैठी बुजुर्ग महिला और पास खड़ा नन्हा बच्चा हरियाणा के गाँवों की उस परंपरा की याद दिलाते











