सुरंदर पितल के बर्तनों की प्रस्तुति ने अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में समृद्ध भारतीय धरोहर का अद्वितीय अनुभव कराया!
पितल (तांबा) के बर्तनों की नाजुकता और सौंदर्य ने महोत्सव में एक खास आकर्षण पैदा किया। हर बर्तन की कारीगरी […]
पितल (तांबा) के बर्तनों की नाजुकता और सौंदर्य ने महोत्सव में एक खास आकर्षण पैदा किया। हर बर्तन की कारीगरी […]
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 के दौरान हिमाचली कलाकारों ने अपनी अद्वितीय कला से महोत्सव में चार चांद लगा दिए। हिमाचल
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में गौरांग इंस्टीट्यूट फॉर वैदिक एजुकेशन द्वारा ब्रह्मसरोवर पर स्टॉल 780 के माध्यम से भगवद् गीता को
All the audience were mesmerized by the energy, enthusiasm and rhythm of their dance. Haryana’s folk dance showed a glimpse
Their dance and music gave us a unique experience that transcended our cultural boundaries. The Tanzanian artists’ performance was not
इस रंगीन और जोश से भरे नृत्य ने सबको न सिर्फ अपने कदमों पर थिरकने को मजबूर किया, बल्कि पंजाबी
यहाँ की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, प्राचीन परंपराएँ, और गीता के दिव्य संदेश ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। महोत्सव का हर
यह नृत्य राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का एक जीवंत उदाहरण था, जो अपनी रंगीन वेशभूषा, जोश और उत्साह से भरपूर
इस नृत्य ने आदिवासी संस्कृति की अद्वितीयता और उनकी जड़ों को बखूबी प्रस्तुत किया। आदिवासी नृत्य की थाप, गति और
इस पारंपरिक नृत्य ने अपनी खूबसूरत थाप, लय और ऊर्जा से हर दर्शक को मंत्रमुग्ध कर दिया। सांबलपुरी नृत्य की
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के तट पर राजस्थान की समृद्ध लोक संस्कृति की झलक देखने को
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 में हरियाणा प्रदेश की 10 से ज्यादा जेलों के बंदियों द्वारा बनाए गए बेहतरीन शिल्प उत्पाद