हरियाणा पवेलियन में हरियाणवी लोक कलाकारों ने अपनी कला और संस्कृति का अद्भुत प्रदर्शन किया। हरियाणवी लोक गायन और नृत्य की विभिन्न शैलियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर ओएसडी पब्लिसिटी, गजेन्द्र फोगाट ने अपने गीतों और विकास गीतों के माध्यम से दर्शकों को झूमने पर मजबूर किया और हरियाणा की विकासात्मक योजनाओं के बारे में भी बताया।
गजेन्द्र फोगाट ने मंच पर “जन्म-मरण से मुक्ति पाना”, “कृष्ण जी अड़े आए”, “उरा आके देखो जी म्हारी गीता जयंती”, “कुरुक्षेत्र में आकर देखो जी”, और “राधे-राधे बोल” जैसे भव्य गीत प्रस्तुत किए, जिन्हें सुनकर युवाओं ने करतल ध्वनि के साथ उनका उत्साह बढ़ाया और नृत्य किया।
उन्होंने अपने गीतों एवं हरियाणवी चुटकुलों के माध्यम से युवाओं का बेहतरीन मनोरंजन भी किया। साथ ही उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे जैसी बुराईयों से दूर रहें और अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए सक्रिय रूप से आगे आएं।
ओएसडी पब्लिसिटी गजेन्द्र फोगाट ने इस महोत्सव की सराहना करते हुए कहा कि, “जैसे महाकुंभ का महोत्सव मनाया जाता है, ठीक वैसे ही गीता महोत्सव अब देश-विदेश में मनाया जा रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा राज्य की विकास योजनाओं की झलक हरियाणा पवेलियन में दिखती है, जो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हो रही चहुमुखी विकास की सफलता को दर्शाता है।
सभी कलाकारों का धन्यवाद जिन्होंने अपनी कला और संस्कृति से इस मंच को गरिमा प्रदान की और दर्शकों को एक नई ऊर्जा दी।