उज़्बेकिस्तान की पारंपरिक कला, जो अपनी बारीक कढ़ाई, रंगीन डिजाइन और शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है, ने महोत्सव में एक नई रंगत और आकर्षण जोड़ा।
इन विक्रेताओं ने अपने हस्तशिल्प के माध्यम से उज़्बेकिस्तान की सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत किया, जिसमें हस्तनिर्मित कालीन, पारंपरिक कपड़े, मिट्टी के बर्तन, गहने और अन्य कारीगरी की वस्तुएं शामिल थीं। इन प्रदर्शनी वस्तुओं में उज़्बेकिस्तान की कला और संस्कृति की गहरी जड़ें दिखाई देती हैं, जो हर किसी को आकर्षित करती हैं।
उज़्बेक हस्तशिल्प में न केवल पारंपरिक कला, बल्कि इनकी बारीकी और विभिन्न रंगों की अद्भुत संयोजन भी देखने को मिलता है, जो इसे विशेष बनाता है। इस प्रदर्शनी ने न केवल महोत्सव में रंग बिखेरे, बल्कि वैश्विक सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा दिया।
“उज़्बेकिस्तान की कला, दुनिया भर में पहचान पाती है”
इस महोत्सव के दौरान, उज़्बेकिस्तान से आए विक्रेताओं ने अपनी हस्तशिल्प कला से भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों को एक नई सांस्कृतिक यात्रा पर ले जाने का अवसर प्रदान किया।