अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 में किन्नौर, हिमाचल की पारंपरिक वेशभूषा ने सबका ध्यान आकर्षित किया। इस महोत्सव में किन्नौर के लोक कला, संस्कृति और पारंपरिक पहनावे ने दर्शकों को हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराया। किन्नौर की महिलाओं और पुरुषों ने अपनी विशिष्ट वेशभूषा में महोत्सव में भाग लिया, जिसमें उनके पहनावे की रंग-बिरंगी शिल्पकला, पारंपरिक आभूषण और शैली से भरपूर रचनात्मकता का अद्भुत प्रदर्शन हुआ।
किन्नौर की वेशभूषा न केवल सांस्कृतिक धरोहर की पहचान है, बल्कि यह पहाड़ों की सुंदरता और स्थानीय जीवनशैली को भी उजागर करती है। महोत्सव में किन्नौर की यह पारंपरिक वेशभूषा महोत्सव की सुंदरता को और बढ़ाती है, जहां हर ड्रेस, हर रंग और हर डिजाइन एक कहानी कहता है।