


अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के रंगीन बाज़ार में रौनक अपने चरम पर थी। सुरक्षा व्यवस्था में जुटी महिला पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी, और वस्तुएँ सिर पर उठाकर चलती महिलाएँ—हर दृश्य महोत्सव की सादगी, सेवा और सांस्कृतिक सौंदर्य की अनोखी कहानी कह रहा था। यह जीवंत माहौल दर्शकों और श्रद्धालुओं को भारतीय संस्कृति और उत्सव की असली अनुभूति कराता है।