



अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में लद्दाख की लोक संस्कृति और पारंपरिक नृत्य की मनोहरी प्रस्तुति ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रंग-बिरंगी पोशाकों की चमक, विरासत से जुड़े अनूठे आभूषण, और सामूहिक नृत्य की लय—इन सबने मिलकर एक ऐसा दृश्य रचा जिसने संस्कृति, सौंदर्य और अध्यात्म का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। लोक कला की यह जीवंत झलक महोत्सव के हर क्षण को और भी अविस्मरणीय बना गई।