
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में लोक वाद्ययंत्रों की मधुर धुनों ने पूरे वातावरण को भक्ति, संस्कृति और आनंद से भर दिया। हर सुर में हरियाणा की मिट्टी की खुशबू और लोक जीवन का उल्लास झलक रहा था। दर्शक इन संगीत और ताल की गूँज में डूबकर महोत्सव के हर पल का आनंद ले रहे थे। इस प्रस्तुति ने महोत्सव में आए सभी लोगों को भारतीय लोक परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर की जीवंत झलक दिखाई।