

ब्रहासरोवर के पावन तट पर अब देखने को मिलेगा देश की सांस्कृतिक विरासत का संगम
राज्यपाल असीम कुमार घोष आज करेंगे शिल्प और सरस मेले का शुभारम्भ, अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में एनजैडसीसी की तरफ से 200, सरस मेले में 19 राज्यों के 100 और हरियाणा के 22 जिलों के शिल्पी लगाएगें स्टॉल, राज्यपाल मीडिया सेंटर का करेंगे आज उद्घाटन
कुरुक्षेत्र, 14 नवंबर। उपायुक्त विश्राम कुमार ने कहा कि ब्रहासरोवर के पावन तट पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश की सांस्कृतिक विरासत को देखने का अनोखा अवसर मिलेगा। इस अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के शिल्पकार अपनी शिल्प कला के साथ धर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र में पहुंच चुके हैं। इस शिल्प और सरस मेले का शुभारम्भ 15 नवंबर को राज्यपाल असीम कुमार घोष करेंगे। इसके साथ ही राज्यपाल केडीबी की तरफ से बनाए गए मीडिया सेंटर का भी उद्घाटन करेंगे। अहम पहलू यह है कि अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में शिल्प और सरस मेला 15 नवम्बर से लेकर 5 दिसंबर 2025 तक चलेगा। इस कार्यक्रम की सभी तैयारियां केडीबी के द्वारा पूरी कर ली गई हैं।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 के मेले का शुभारम्भ 15 नवम्बर से होने जा रहा है। इस मेले में देशभर के शिल्पकार पहुंच चुके है और अपनी शिल्पकला को ब्रहासरोवर की सदरियों में सजा रहे हैं। यह शिल्पकला अपने आप में एक अनूठी कला है जो पर्यटकों को इस बार 21 दिन अपनी तरफ आकर्षित करेगी। इस पर देश के पर्यटक साल भर इन शिल्पकारों का इंतजार करते हैं। इस शिल्प मेले में एनजैडसीसी की तरफ से देशभर के शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इन शिल्पकारों में राष्ट्रीय अवार्डी, राज्य अवार्डी और अन्य राज्यों के मैरिट प्रमाण पत्र हासिल करने वाले शिल्पकार पहुंचेंगे। इन कलाकारों के ठहरने, खाने की व्यवस्था कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से की गई है और ब्रह्मसरोवर की सदरियों में इन शिल्पकारों को स्थान दिया जाएगा। इसके साथ ही डीआरडीए की तरफ से 19 राज्यों के सैल्प हैल्प ग्रुप और बेहतरीन शिल्पकारों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही हरियाणा के 22 जिलों के शिल्पकार सरस मेले में अपनी शिल्पकला का प्रदर्शन करेंगे।
उपायुक्त ने कहा कि एनजैडसीसी की तरफ से 15 नवंबर से लेकर 5 दिसंबर 2025 तक ब्रह्मसरोवर के घाटों पर पर्यटकों और दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ-साथ अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाने के लिए कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। यह कलाकार ब्रह्मसरोवर की अलग-अलग दिशाओं में बने घाटों के साथ-साथ ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ दशकों के बीच अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही निर्धारित शेड्यूल के अनुसार पुरुषोत्तमपुरा बाग के मुख्य मंच पर दिन और रात्रि के समय भी अपना प्रदर्शन करेंगे।
उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला व कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की तरफ से कलाकारों की होगी प्रस्तुति
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बातचीत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में देश के जाने माने कलाकारों को आमंत्रित करने की जिम्मेवारी उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला और हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग चंडीगढ को सौंपी गई है। इन विभागों द्वारा 24 नवंबर से 1 दिसंबर से तक चलने वाले मुख्य कार्यक्रमों में प्रस्तुति दी जानी है इसके लिए बकायदा रोस्टर शेड्यूल भी तैयार किया गया है। इस शैडयूल के अनुसार 25, 26 व 30 नंवबर को एनजैडसीसी और 24, 27, 28, 29 व 1 दिसंबर को हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के माध्यम से प्रस्तुतियां होंगी।