वैश्विक गीता पाठ में 18,000 बच्चों ने भाग लेकर एक नई मिसाल पेश की है। श्रीमद्भगवद गीता के उपदेशों को आत्मसात करते हुए इन बच्चों ने यह साबित किया कि युवा पीढ़ी भी भारतीय संस्कृति और जीवन के गहरे ज्ञान को समझने और अपनाने के लिए तत्पर है।
इस अद्भुत आयोजन ने न केवल गीता के श्लोकों को प्रसारित किया, बल्कि बच्चों के बीच जीवन के उद्देश्य, कर्म और धर्म की समझ को भी गहरा किया। यह सच्चे भारत के संस्कारों की ओर एक कदम है, जहां नई पीढ़ी धर्म, योग और शांति की दिशा में अग्रसर हो रही है।