धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में आयोजित अठारह दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में जहां गीता का शांति और सद्भावना का संदेश हर दिशा में फैल रहा है, वहीं कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग के विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, नशा मुक्ति, बाल विवाह, स्वस्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाई है।
स्टॉल नंबर 459 पर आयोजित इस अभियान में विद्यार्थियों ने पर्यटकों को न केवल सामाजिक मुद्दों पर जानकारी दी, बल्कि उन्हें नशा मुक्त समाज, पर्यावरण की सुरक्षा, सफाई और स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता से भी अवगत कराया। प्रोफेसर डॉ. सतीश ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य न केवल गीता के संदेश को फैलाना है, बल्कि सामाजिक कुरीतियों और पर्यावरणीय संकटों के खिलाफ एक मजबूत जागरूकता पैदा करना भी है।
इसके साथ ही, आईसीटीसी के सहयोग से, हरियाणा स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी द्वारा एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पंपलेट और बुकलेट वितरित किए जा रहे हैं। प्रोफेसर परमिंदर कौर ने बताया कि इसके साथ ही टी.बी. के नए मरीजों के रजिस्ट्रेशन पर भारत सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
यह प्रयास निश्चित रूप से गीता महोत्सव की भव्यता को और अधिक सामाजिक रूप से प्रासंगिक बना रहा है, और पर्यटकों को न केवल आध्यात्मिक, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी जागरूक कर रहा है।