अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चंडीगढ़ की निवासी सुदेश सौंलकी सूत और कॉटन धागे से बनी दरी, मेट, कालीन जैसी चीजों के साथ आई हैं। उनका स्टॉल ब्रह्मसरोवर के तट पर सरस और क्राफ्ट मेला में स्थित स्टॉल नम्बर 462 पर है, जहाँ पर सूत धागे से बनी उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुएं उपलब्ध हैं।
सुदेश ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से इस कार्य में जुटी हुई हैं, और उनका पूरा परिवार इस व्यवसाय में सहयोग करता है। उनकी स्टॉल पर 50 रुपये से लेकर 3500 रुपये तक की चीजें मिलती हैं, जो पूरी तरह से हाथ से बनाई जाती हैं। सुदेश ने यह भी बताया कि उनकी बनाई हुई चीजों का रंग हल्का सा भी नहीं उतरता, क्योंकि वह विशेष ध्यान और मेहनत से इन्हें तैयार करती हैं।
सुदेश ने यह भी बताया कि वह हर साल अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हिस्सा लेने आती हैं और इसके अलावा देश के विभिन्न राज्यों में होने वाले मेलों में भी जाती हैं। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि मेरी स्टॉल पर आने वाला हर ग्राहक हर साल मेरा इंतजार करेगा।”
सुदेश ने इस आयोजन में अपनी भागीदारी पर खुशी जताते हुए कहा कि इस पवित्र स्थल पर आकर उन्हें आध्यात्मिक अनुभव भी होता है, क्योंकि कुरुक्षेत्र को देश के अन्य पवित्र स्थलों में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। उन्होंने हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें यहां अपने उत्पाद बेचने का यह सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है।