अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के इस पावन अवसर पर तंजानिया के कलाकारों द्वारा एक विशेष कोरियोग्राफी प्रस्तुत की गई। इस कार्यक्रम में तंजानिया की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक नृत्य कला का अद्भुत संगम देखने को मिला। कलाकारों ने अपनी नृत्य-प्रस्तुति के माध्यम से भारतीय संस्कृति और तंजानिया के सांस्कृतिक तत्वों को मिलाकर एक ऐसा दृश्य रच दिया, जो सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गया।
यह प्रस्तुति न केवल सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देती है, बल्कि विभिन्न देशों और उनके सांस्कृतिक रंगों के बीच एक सुंदर समन्वय स्थापित करती है।