अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में इस बार पहाड़ी नाटी नृत्य की एक विशेष प्रस्तुति हुई, जिसमें हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक नृत्य कला का अद्भुत संगम देखने को मिला। कलाकारों ने अपनी सजीव और जीवंत प्रस्तुति से इस सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित किया, जो न केवल दर्शकों के दिलों को छू गया, बल्कि हमारे पर्वतीय लोककला की गहरी जड़ों को भी प्रदर्शित किया।
यह कार्यक्रम महोत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया, जिसने हिमाचल की संस्कृति और नृत्य परंपरा को जीवित रखा।