इस अवसर पर उन्होंने ओखली, पुरानी आटा चक्की और अन्य परंपरागत वस्तुओं में गहरी रुचि दिखाई, जो हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत और ग्रामीण जीवन की पहचान हैं।
उनकी इस रुचि ने हरियाणा की समृद्ध परंपराओं को सराहा और संस्कृति के महत्व को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया।