धार्मिक और समाज सेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने सांध्यकालीन महाआरती में की शिरकत, केडीबी ने सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की तरफ पूरा विश्व आकर्षित हो रहा है। यह गीता स्थली कुरुक्षेत्र आने वाले कुछ समय में पूरे विश्व को शांति सद्भावना का मार्ग दिखाने का काम कर रही है। इससे पूरे विश्व में संघर्ष मिट जाएगा और शांति सदभावना बन जाएगी। श्रीमद्भगवद् गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रन्थों में से एक है। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने गीता का सन्देश अर्जुन को सुनाया था।
रविवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में यह उदघोष गूंज रहे थे। सांध्यकालीन आरती में शहर की धार्मिक व समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ-साथ केडीबी सीईओ पंकज सेतिया, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, कुरुक्षेत्र 48 कोस निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सदस्य अशोक रोशा, कैप्टन परमजीत सिंह, एमके मोदगिल, युद्घिष्ठïर बहल, डा. ऋषिपाल मथाना, विजय नरुला, श्री हरिओम परिवाजक, श्रीब्राहमण एवं तीर्थोद्घार सभा से जय नारायण शर्मा, श्याम सुंदर तिवार, रामपाल शर्मा, यशपाल शर्मा, विश्वकांत शर्मा, सेवानिवृत डीईओ अरुण आश्री सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव पर ब्रहमसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। कार्यक्रम के उपरांत केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।