International Gita Mahotsav

INTERNATIONAL GITA MAHOTSAV

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मृत्यु नहीं, मुक्ति चाहता था रावण…

“हमारे राम” नाटक से मिली दर्शकों को गहरी प्रेरणा

कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में अभिनेता आशुतोष राणा ने “हमारे राम” नाटक में रावण का जीवंत और प्रभावशाली अभिनय किया। तीन घंटे तक चले इस नाटक ने रावण के जटिल व्यक्तित्व को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया, जिससे दर्शकों को गहरी प्रेरणा मिली।

राणा ने रावण के द्वंद्व, संघर्ष और आत्ममंथन को पूरी तरह से जीवित किया। उनका अभिनय दर्शकों को यह महसूस कराने में सफल रहा कि रावण सिर्फ एक खलनायक नहीं था, बल्कि एक महान विद्वान, शिव भक्त और तपस्वी भी था, जो मुक्ति की तलाश में था।

इस नाटक ने पौराणिक कथाओं के पात्रों को एक नई नजर से देखने का अवसर प्रदान किया और भारतीय संस्कृति के गहरे पहलुओं को उजागर किया।

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