अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर पिरामिड मेडिटेशन और पिरामिड स्पिरिचुअल सोसाइटी मूवमेंट के संयुक्त प्रयास से ब्रह्मसरोवर के सुभद्रा घाट पर 12 दिसंबर तक एक भव्य ध्यान शिविर आयोजित किया जा रहा है। यह शिविर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से लेकर रात 8 बजे तक चलेगा।
ध्यान शिविर के बारे में जानकारी देते हुए निखिल खुरानिया ने बताया कि इस शिविर में अनुभवी साधक बच्चों, महिलाओं, पुरुषों और युवाओं को ध्यान की गहराई से जानकारी दे रहे हैं। इस शिविर में भाग लेने वाले सैंकड़ों लोग ध्यान की अनूठी अनुभवों का अनुभव कर रहे हैं और इसे अपने जीवन में सकारात्मक दिशा देने वाला मान रहे हैं।
निखिल खुरानिया ने आगे बताया कि ध्यान से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि यह हमें अनेक शारीरिक और मानसिक परेशानियों से भी मुक्ति दिलाता है। वे कहते हैं कि जीवन की भागदौड़ और तनाव से छुटकारा पाने के लिए ध्यान आवश्यक है, और बच्चों के लिए यह उनके मानसिक विकास में मददगार साबित हो सकता है, खासकर जब उनका ध्यान मोबाइल की बजाय पढ़ाई की ओर केंद्रित हो।
इस शिविर के आयोजन में मीनाक्षी खुरानिया, रीना चौधरी, विजय डिगानी, सुधीर राजपाल और विशाल मित्तल का विशेष योगदान रहा है।