धर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश देकर उसे मोह के बंधन से मुक्ति दिलाई। यही संदेश आज भी पूरी मानवता के लिए प्रासंगिक है। गीता की शिक्षाओं के माध्यम से जीवन के कठिन मार्गों पर चलने का सही रास्ता बताया गया है।
श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन ज्योतिसर में 11 दिसंबर तक किया जा रहा है, जिसमें कथा वाचक साध्वी मोक्षिता ने भगवान श्री कृष्ण और श्रीमद्भागवत गीता के ज्ञान के बारे में विस्तार से बताया। इस कथा में वे श्रद्धालुओं को गीता के जीवनोपयोगी सिद्धांतों से अवगत करवा रही हैं।
आज भाजपा के जिला अध्यक्ष सुशील राणा और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्वलित कर पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन किया। इस अवसर पर धर्मवीर मिर्जापुर, महेश पारचा, और अन्य समाजसेवी भी उपस्थित रहे।
“कर्म करने का संदेश” और “धर्म का पालन” ही गीता का सार है, जिसे हम सभी को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
आइए, इस दिव्य कथा का हिस्सा बनें और जीवन को गीता के उपदेशों से सजाएं।