सरस और शिल्प मेले में हाथों की कला को देखकर आश्चर्य चकित हुए पर्यटक, हस्तशिल्प कला ने बदला ब्रह्म सरोवर के पावन तट की फिजा का रंग।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 के सरस और शिल्प मेले में विभिन्न राज्यों से पहुंचे शिल्पकारों की अनोखी कारीगरी ने महोत्सव को और भी खास बना दिया है। असम से आए शिल्पकारों ने बांस से बनी सुंदर-सुंदर घर की सजावट का सामान प्रस्तुत किया है, जिनमें फ्रूट बास्केट, फ्लावर पोर्ट, दीवार सिनरी, कप प्लेट, वॉल हैंगिंग और टेबल लैम्प शामिल हैं।
इस महोत्सव के जरिए शिल्पकारों को अपनी कला को प्रदर्शित करने का शानदार मौका मिला है और साथ ही ये कारीगर रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहे हैं।