इस महोत्सव में लोक कला के अद्भुत रंग-बिरंगे रूप देखने को मिलेंगे।
रंग-बिरंगे लोक नृत्य, गीतों की महक, धरती की बोली और आकाश की चुप-सी सखा… हर गीत में बसी है एक पुरानी दास्तां, और हर नृत्य में छिपी है संस्कृति की पहचान।
लोक कला के इस उत्सव का हिस्सा बनें और महसूस करें संस्कृति की गहराई को!
“लोक संस्कृति के रंगों में खो जाइए, महोत्सव का आनंद लीजिए!”