अंतराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर चल रहे सरस मेले में शिल्पकारों व दस्तकारों की कला पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। हर दस्तकार व शिल्पकार ने अपने अपने स्टॉल पर पर्यटको के लिए कुछ अलग प्रस्तुत किया है। ऐसे ही मेले के स्टॉल नम्बर 129 पर कैनन बम्बू से निर्मित कलात्मक वस्तुएं आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। अहम पहलू यह है कि यह वस्तुए इको फ्रैंडली व प्रदूषण मुक्त मैटेरियल से बनी हुई है तथा आम दिनचर्या में प्रयोग होने वाली है। स्टॉल पर मौजूद आसाम के बरपेटा के रहने वाले दस्तकार हसन अली ने स्टॉल पर कैनन बम्बू आर्ट से बनी फूड बास्केट, लैंप, सर्विस ट्रे,फ्लावर पॉट, मैगजीन होल्डर, पेन स्टैंड, कप तथा गमला इत्यादि वस्तुएं उपलब्ध हैं, जिन पर पॉलिश कर सुंदर व आकर्षक बनाया गया है और कीमत मात्र 25 रुपये से शुरू होकर 3 हजार रुपये तक है। उन्होंने कहा कि वह पिछले 25 वर्ष से इस कला से जुड़े हैं और तीन पीढिय़ां इस व्यवसाय में लगी है। हसन अली ने बताया कि वह राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित ट्रेड फेयर में अपनी इस कला के लिए वर्ष 2013 व 2016 में सम्मानित हो चुके है तथा विभिन्न राज्यों में भी हैंडीक्राफ्ट मेलों के दौरान कई बार सम्मानित हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह हरियाणा में भी पिछले कई वर्षों से आयोजित हो रहे गीता महोत्सव में लगातार अपनी कलात्मक वस्तुओं को प्रदर्शित कर रहे है, जहां उन्हें सरकार व प्रशासन का भरपूर सहयोग मिल रहा है व पर्यटक भी उनकी बनाई वस्तुओं को पसंद कर रहे है।