इस साल गीता महोत्सव में विभिन्न राज्यों से आए कलाकार अपनी कलाकारी का प्रदर्शन कर रहे हैं। इन कलाकारों में भरतनाट्यम, कथक, ओडिसी, कुचिपुड़ी, आदि शास्त्रीय नृत्य के कलाकार शामिल हैं। इसके अलावा, लोक नृत्य और आधुनिक नृत्य के कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां दे रहे हैं।
कलाकारों की प्रस्तुतियां गीता के संदेशों को एक नए और मनोरंजक तरीके से पेश कर रही हैं। यह गीता महोत्सव का एक अनूठा अवसर है, जहां कला और आध्यात्म का संगम देखने को मिल रहा है।