
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की रात जब ब्रह्मसरोवर रोशनी और जलधारा से जगमगा उठता है, वह दृश्य मन को मंत्रमुग्ध कर देता है। झरनों की परतों के बीच झिलमिलाता मंदिर, पानी में नाचती रोशनी और वातावरण में व्याप्त दिव्यता—सब मिलकर एक अद्भुत अनुभव प्रस्तुत करते हैं। यही है कुरुक्षेत्र की रात्रि-रागिनी, जो भक्ति और शांति से हृदय को भर देती है।