उत्तराखंड की शिल्पकार रीटा शर्मा का विशेष लगाव है अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के साथ, 1 चादर पर पैचवर्क और एम्ब्रोडरी करने पर एक कारीगर को करना पड़ता 20 दिन काम
कुरुक्षेत्र 9 दिसंबर उत्तराखंड देहरादून की शिल्पकार रीटा शर्मा स्वयं आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ अपने साथ 20 परिवारों को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है। यह शिल्पकार पैच वर्क और एम्ब्रोडरी का कार्य बखूबी कर रही है और एक से एक सुंदर चादर तैयार करती है। अगर शिल्पकार की माने तो पैच वर्क और एम्ब्रोडरी की एक चादर को तैयार करने में एक महिला को 20 दिन का समय लग जाता है। इस महोत्सव में चादर पर कान्हा की कढ़ाई और पैचवर्क का कार्य पर्यटकों के लिए लेकर आई है।